भारतीय क्रिकेट टीम के अनुभवी स्पिनर आर अश्विन अब भारत की ओर से सबसे अधिक विकेट लेने वाले तीसरे गेंदबाज बन गये हैं। अश्विन ने इस मामले में दिग्गज स्पिनर हरभजन सिंह को पीछे छोड़ा है। अश्विन ने न्यूजीलैंड के टॉम लैथम को आउट करने के साथ ही अपना 418 वां विकेट लिया। वहीं हरभजन के नाम 103 टेस्ट मैचों में 417 विकेट हैं।
भारत के लिए टेस्ट क्रिकेट में सबसे ज्यादा विकेट लेने में नंबर एक पर स्पिनर अनिल कुंबले हैं। कुंबले ने 132 टेस्ट मैचों में 29.65 की औसत से 619 विकेट लिए हैं। महान ऑलराउंडर कपिल देव इस सूची में दूसरे स्थान पर हैं। कपिल ने 131 टेस्ट मैचों में 29.64 की औसत से 434 विकेट लिए हैं। वहीं अब तीसरे नंबर पर अश्विन आ गये हैं। अश्विन ने अब तक 80 टेस्ट मैचों में 24.53 की औसत से 418 विकेट लिए हैं। इस दौरान इस गेंदबाज ने 30 बार पारी में पांच विकेट लिए हैं।
अगर बल्लेबाजी रिकॉर्ड की बात करें, तो उन्होंने अबतक 113 टेस्ट पारियों में 27.82 की औसत से 2755 रन बनाए हैं। इस दौरान उन्होंने पांच शतक और 11 अर्धशतक बनाये हैं।
टेस्ट क्रिकेट में सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले भारतीय गेंदबाज
1 अनिल कुंबलेः 132 मैच, 619 विकेट
2 कपिल देवः 131 मैच, 434 विकेट
3 रविचंद्रन अश्विनः 80 मैच, 418 विकेट’
4 हरभजन सिंहः 103 मैच, 417 विकेट
5 ईशांत शर्माः 105 मैच, 311 विकेट
हरभजन से प्रेरित होकर स्पिनर बनाः अश्विन
अश्विन ने कहा है कि वह अनुभवी स्पिनर हरभजन सिंह से प्रेरित हैं। हरभजन के 417 विकेट के रिकार्ड को तोड़ने वाले अश्विन ने कहा कि हरभजन ही उनके असली हीरो हैं। उन्होंने कहा कि वह साल 2001 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ हरभजन की गेंदबाजी को देखकर प्रेरित हुए। उन्हें देखकर ही उन्होंने स्पिनर बनने का फैसला किया था और आज उसी कारण यहां तक पहुंचे हैं। अश्विन अपने 80वें टेस्ट में हरभजन को पीछे छोड़कर सबसे अधिक विकेट लेने वाले तीसरे गेंदबाज बने हैं।
हरभजन ने 103 टेस्ट में 417 विकेट लिए थे। अश्विन ने न्यूजीलैंड की पहली पारी में तीन विकेट लिए थे। अश्विन ने हरभजन के 2001 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ उस मशहूर स्पेल की चर्चा की, जिससे वह प्रेरित थे। उन्होंने कहा, मैं उनसे प्रेरित था। मैं बल्लेबाज था। लोग इस बारे में जानते भी हैं। 2001 बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी के बाद मैंने स्पिन गेंदबाजर बनने का फैसला किया। कभी मैं उनके एक्शन को कॉपी भी करता था। हो सकता है मैं अब उनकी तरह गेंदबाजी कर सकूं। अश्विन ने कहा, ‘इस उपलब्धि पर कुछ खास महसूस नहीं हो रहा है।’