क्या हो रहा है वायरल: हिंदूवादी संगठनों ने पिछले दिनों घोषणा की थी कि 6 दिसंबर को मथुरा की शाही ईदगाह मस्जिद में जलाभिषेक कर भगवान कृष्ण की मूर्ति स्थापित करेंगे। इसके बाद पूरे शहर में धारा 144 लागू कर दी गई थी। हालांकि 6 दिसंबर को शहर में ऐसी कोई घटना नहीं हुई।
अब सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो रहा है। वीडियो में देखा जा सकता है कि भगवा ध्वज लिए लोगों की भीड़ पुलिस की बैरिकेडिंग तोड़ते हुए निकल रही है। दावा किया जा रहा है कि 6 दिसंबर का ये वीडियो मथुरा का है। जहां 2 लाख लोगों की भीड़ ने पुलिस बैरिकेडिंग तोड़ दी।
वीडियो शेयर कर यूजर्स ने लिखा- ब्रेकिंग न्यूज़ इस वक़्त की बड़ी खबर मथुरा में कृष्ण भक्तों ने बैरिकेडिंग तोड़ दी। धीरे-धीरे श्री कृष्ण जन्म स्थल पर भीड़ 2 लाख से भी ऊपर हो गई है।
और सच क्या है?
- वायरल वीडियो का सच जानने के लिए हमने इसके की-फ्रेम को गूगल पर रिवर्स सर्च किया। सर्च रिजल्ट में हमें ये वीडियो सत्यब्राता साहू मांटू नाम के एक यूजर के अकाउंट पर मिला।

- अकाउंट पर मिला ये वीडियो 6 अक्टूबर को शेयर किया गया है। वहीं, वीडियो के कैप्शन में लिखा है- कवर्धा में हिन्दुओं को जबरन हुई जेल के विरोध में CORBA बजरंगियों का जंगी प्रदर्शन।
- पड़ताल के अगले चरण में हमने इससे जुड़े की-वर्ड्स गूगल पर सर्च किए। सर्च रिजल्ट में हमें इस मामले से जुड़ी पूरी खबर Etv भारत की वेबसाइट पर मिली।


- वेबसाइट पर मौजूद 12 अक्टूबर 2021 की खबर के मुताबिक, छत्तीसगढ़ के कवर्धा में 2 समुदायों के बीच हुए विवाद के बाद कोरबा में विश्व हिंदू परिषद के आह्वान पर हिंदूवादी संगठनों ने जमकर प्रदर्शन किया।
- इस दौरान सुभाष चौक में लगाए गए बैरिकेड को लांघकर प्रदर्शनकारी कोसाबाड़ी चौक तक पहुंचे, जहां अपर कलेक्टर को राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन सौंपकर आंदोलन खत्म कर दिया गया।
- दरअसल, 3 अक्टूबर को छत्तीसगढ़ के कवर्धा के लोहारा नाका चौक पर दो समुदायों के युवक अपना-अपना धार्मिक झंडा लगाने के मुद्दे पर भिड़ गए थे। वायरल वीडियो भी उस दौरान हुए हिंदूवादी संगठनों के विरोध का है।
- पड़ताल के दौरान हमें मथुरा पुलिस के सोशल मीडिया अकाउंट पर एक पोस्ट मिली। एक यूजर ने वायरल वीडियो के एक पोस्ट का स्क्रीनशॉट शेयर कर मथुरा पुलिस को इसकी जानकारी दी थी।
- इसके रिप्लाई में मथुरा पुलिस ने लिखा- इस वीडियो का संबंध जनपद मथुरा से नहीं है। जिस व्यक्ति द्वारा इस भ्रामक वीडियो को पोस्ट किया गया है, उसके विरुद्ध मुकदमा पंजीकृत किया गया है। वैधानिक कार्रवाई की जा रही है। कृपया अफवाह न फैलाएं। शांति व्यवस्था बनाए रखने में सहयोग करें।
- साफ है कि सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो गलत दावे के साथ शेयर किया जा रहा है। ये वीडियो 6 दिसंबर को मथुरा का नहीं, बल्कि छत्तीसगढ़ के कवर्धा में किए गए विरोध प्रदर्शन का है।