वॉशिंगटन (जेएनएस)। प्यार की सनक में लोग क्या-क्या नहीं कर गुजरते। अमेरिका में एक शख्स ने गर्लफ्रेंड की जमानत के पैसे जुटाने के लिए एक होटल को लूटने की साजिश रच डाली और दो लोगों की जान ले ली। अब अदालत ने उसे मौत की सजा सुनाई है। मौत की सजा पाने वाले इस शख्स को ओक्लाहामा जेल में जहरीला इंजेक्शन लगाकर मौत की सजा दी जानी है। यह इस साल अमेरिका में मौत की सजा पाने वाला पहला कैदी है।
मामला 2001 का है। दोषी डोनाल्ड ग्रांट उस वक्त 25 वर्ष का था। उसने जेल में बंद अपनी प्रेमिका की जमानत के लिए जरूरी राशि जुटाने के लिए एक होटल को लूट लिया। लूट के दौरान उसने होटल के दो कर्मचारियों पर गोलियां चला दी। अदालत के दस्तावेजों के अनुसार, इनमें से एक की तुरंत मौत हो गई, जबकि दूसरे ने इलाज के दौरान दम तोड़ दिया। दोहरी हत्या के मामले में डोनाल्ड को सन 2005 में मौत की सजा सुनाई गई थी।
तब से डोनाल्ड अपनी सजा के खिलाफ बौद्धिक कमियों का हवाला देते हुए ऊपरी अदालतों में अपील कर रहा था। एक ऑनलाइन पिटीशन में उसके वकीलों का दावा है कि अपने शराबी पिता से बचपन में हिंसक दुर्व्यवहार के कारण भ्रूण अल्कोहल सिंड्रोम और मस्तिष्क आघात से पीड़ित है। लिहाजा उसकी मानसिक हालत का ख्याल रखते हुए मौत की सजा को टाला जाना चाहिए। दक्षिणी अमेरिकी राज्य ओक्लाहामा ने 2015 में मृत्युदंड पर अस्थाई रोक लगा दी थी, लेकिन स्थगन को 2021 में हटा लिया गया।
बुधवार को सुप्रीम कोर्ट ने भी डोनाल्ड की याचिका खारिज कर दी। जिसके बाद उसकी मौत की सजा की प्रक्रिया शुरू हो गई। हाल के वर्षों में संयुक्त राज्य अमेरिका में प्रतिवर्ष दिए जाने वाले मौत की सजा में गिरावट आई है। अमेरिका के 23 राज्यों में मृत्युदंड को समाप्त कर दिया गया है, जबकि तीन राज्यों कैलिफोर्निया, ओरेगन और पेंसिल्वेनिया ने इसके इस्तेमाल पर अस्थाई रोक है।