लंदन/जेएनएस। नए वेरिएंट ओमीक्रोन ने आम सर्दी-जुकाम के वायरस के साथ मिलकर म्यूटेशन किया है। इस वेरिएंट ने ऐसे किसी दूसरे वायरस के जिनेटिक मटीरियल के साथ म्यूटेशन कर लिया है, जिसे इंसानी शरीर का इम्यून सिस्टम पहले से पहचानता है। इस रिसर्च को लीड कर रहे वेंकी सौंदर्यराजन ने बताया कि ओमीक्रोन जब मानव कोशिकाओं पर हमला करता है तो यह शक्ल-सूरत में काफी कुछ उसी के जैसा बन जाता है। इस कारण हमारा इम्यून सिस्टम इन वायरस पर अटैक नहीं कर पाता है। इस तरह यह वायरस इम्यून सिस्टम को चकमा देता है।
इसका मतलब यह है कि नया वेरिएंट ज्यादा आसानी से फैल सकता है। मुमकिन है कि इसमें सिर्फ मामूली लक्षण ही दिखें। हालांकि, वैज्ञानिकों के पास कुछ सवालों के अभी ठोस जवाब नहीं है। मसलन, क्या दूसरे वेरिएंट्स के मुकाबले ओमीक्रोन ज्यादा संक्रामक है, क्या इससे गंभीर समस्या होती है या फिर क्या यह फैलने के मामले में डेल्टा को पीछे छोड़ देगा। वैज्ञानिकों का कहना है कि इन सवालों के जवाब तलाशने में अभी कुछ हफ्तों का वक्त लगेगा। 24 नवंबर के आसपास ओमीक्रोन वेरिएंट से होने वाले कोरोना संक्रमण का खुलासा पहली बार साउथ अफ्रीका में किया गया। 32 से अधिक स्पाइक प्रोटीन पर म्यूटेशन वाले ओमीक्रोन के बारे में अब तक जो तथ्य सामने आ रहे हैं, उसमें इसे डेल्टा से अधिक संक्रामक बताया जा रहा है। लेकिन, अब यह भी कहा जा रहा है कि ओमीक्रोन म्यूटेशन रीइन्फेक्शन यानी दोबारा इन्फेक्शन करने के मामले में डेल्टा से ज्यादा खतरा हो सकता है।
साउथ अफ्रीका की एक रिसर्च टीम का कहना है कि उन्हें कुछ सबूत मिले हैं कि जो लोग एक बार कोविड संक्रमित हो गए थे, उनके बीटा या डेल्टा वेरिएंट के मुकाबले ओमीक्रोन वेरिएंट से दोबारा संक्रमित होने की संभावना अधिक है। हालांकि रिसर्च टीम का यह भी कहना है कि अभी इतनी जल्दी निश्चित रूप से इस बारे में कुछ कहना जल्दबाजी होगी, मगर हाल ही में दूसरी बार के संक्रमण में वृद्धि ने उन्हें संकेत दिया है कि ओमीक्रोन में लोगों को फिर से संक्रमित करने की अधिक संभावना है। इस बारे में स्टेलनबोश यूनिवर्सिटी के जूलियट पुलियम ने कहा है कि पिछले वेरिएंट के अनुभव के विपरीत अब हम फिर संक्रमण के जोखिम में वृद्धि का अनुभव कर रहे हैं, जो हमारे पिछले अनुभव से अधिक है। ओमीक्रोन के बढ़ते मामलों के बीच अमेरिका और ब्रिटेन ने आने वाले सभी यात्रियों के लिए कोरोना निगेटिव रिपोर्ट जरूरी कर दी है। अमेरिका में 20 से ज्यादा लोगों की कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। जबकि ब्रिटेन में ओमीक्रोन के 160 से ज्यादा मामले दर्ज किए गए हैं। ब्रिटेन ने यात्रियों के लिए नियमों को कड़ा किया है। ब्रिटेन आने वाले 12 साल से ऊपर के सभी लोगों को टेस्ट रिपोर्ट दिखानी होगी। अमेरिका में उन राज्यों की संख्या बढ़ गई है, जहां ओमीक्रोन संक्रमण के पहले मामले सामने आए हैं।
न्यूयॉर्क की स्वास्थ्य कमिश्नर ने कहा कि ओमीक्रोन यहां फैल गया है, अब कम्युनिटी में इसका संक्रमण फैलता देख रहे हैं। अमेरिका में नया नियम आज से प्रभावी होगा। दो वर्ष या ज्यादा आयु के लोगों के लिए कोरोना जांच जरूरी है। यात्रियों को यात्रा से अधिकतम एक दिन पहले की निगेटिव रिपोर्ट दिखानी होगी या उन्हें यात्रा से 90 दिन पहले कोविड-19 से उबरने का प्रमाण दिखाना होगा।