लखनऊ/राकेश यादव। भीम आर्मी के प्रमुख चंद्रशेखर आजाद रावण की पार्टी से गठबंधन नहीं होने को लेकर समाजवादी पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव ने कहा है कि इसके पीछे कोई साजिश लगती है। उन्होंने कहा कि मैंने चंद्रशेखर आजाद से बातचीत की और उन्हें दो विधानसभा सीटें देने की बात कही थी। मेरे से मुलाकात के दौरान वह इस पर राजी थे। लेकिन फिर बाहर आकर उन्होंने कहा कि हम दो सीटों पर चुनाव नहीं लड़ सकते। दिल्ली में बात की या फिर कहां बात की, पता नहीं। अखिलेश ने कहा कि यूपी के चुनाव के लिए बड़ी-बड़ी साजिशें हो रही हैं।
अखिलेश यादव ने सवालों का जवाब देकर कहा समाजवादी पार्टी ने अपने गठबंधन में लोगों को साथ लेने के लिए त्याग किया है। हम भाजपा को हराने के लिए जो भी त्याग जरूरी होगा हम करने को तैयार हैं। मैंने चंद्रशेखर जी को सीटें दी थी। यदि वह भाई बनकर मदद करना चाहें तब करें। पहली बार सदन में कांशीराम जी को हमारे गृह जनपद इटावा से भेजा गया था। इसलिए हमारी मंशा साफ है और हम सभी को साथ लेने के लिए तैयार हैं।
अपने घोषणा पत्र के बारे में अखिलेश ने कहा कि हम भाजपा के बाद अपना मैनिफेस्टो रिलीज करने वाले है। पहले भाजपा यह बताए कि उनके राज में सूबे के कितने शहर स्मार्ट सिटी बन गए हैं। अखिलेश यादव ने किसानों को लेकर भी कहा कि हम उनके हितों के लिए पूरे प्रयास करने वाले हैं। अखिलेश ने कहा, समाजवादी पार्टी और हमारे गठबंधन के साथियों ने संकल्प लिया है कि किसानों पर अत्याचार करने वाली भाजपा को हटाएंगे। अखिलेश यादव ने कहा कि यह हमारा अन्न संकल्प है। हम अपने कार्यकर्ताओं से अपील करते हैं कि वह इसका पालन करें।
उन्होंने कहा कि भाजपा ने वोट के दबाव में कृषि कानूनों को वापस लिया है। भाजपा के नेता, उनके मंत्री और कार्यकर्ता चुनाव आचार संहिता का जगह-जगह उल्लंघन कर रहे हैं। भाजपा हजारों करोड़ रुपये की रकम जानवरों की रखवाली के नाम पर खर्च कर चुकी है। लेकिन अब तक सरकार नाकाम रही है। उन्होंने कहा कि किसान आंदोलन के दौरान जो अन्नदाताओं पर मुकदमे लगे हैं, उन्हें वापस लिया जाएगा। आंदोलन के दौरान शहीद हुए किसानों के परिजनों को सरकार बनने के बाद 25 लाख रुपये की राहत दी जाएगी।