हरिद्वार। कांग्रेस हाईकमान ने उत्तराखण्ड के विधानसभा सीटों पर अपने अधिकृत प्रत्याशियों की घोषणा नहीं की है। जिसको लेकर कांग्रेसी नेताओं व कार्यकर्त्ताओं में बैचेनी बनी हुई है। जनपद हरिद्वार में अलग-अलग विधानसभा सीटों पर अपने प्रबल दावेदारी जताने वाले नेताओं के लिए पल-पल भारी पड़ रहा है। दावेदारों का कहना हैं कि कांग्रेस हाईकमान अपने अधिकृत प्रत्याशियों की सूची जारी कर देें, भले ही सूची में उनका नाम हो या न हो। लेकिन दिन रात की बैचेनी से उनको छुटकारा मिलेगा। वहीं ऐसे दावेदारों के दिलों की धड़कान बढाने और जनता व नेताओं को गुमराह करने के लिए जनपद हरिद्वार के 9 विधानसभा सीटों के प्रत्याशियों की फर्जी सूची सोशल मीडिया वायरल हो रही है। जिसकी सत्यता का पता लगाने के लिए टिकट के दावेदार व स्थानीय नेता दिल्ली में अपने आंकाओं के फोन घनघना रहे है। जहां से उनको जबाब मिल रहा हैं कि वायरल सूची फर्जी है।
हाईकमान ने अभी तक अधिकृत प्रत्याशियों की सूची जारी नहीं की है। बताते चले कि भाजपा हाईकमान ने उत्तराखण्ड के विधानसभा सीटों पर अपने अधिकृत प्रत्याशियों की सूची जारी कर दी गयी है। हरिद्वार विधानसभा सीट पर भाजपा ने पांचवी बार मदन कौशिक को टिकट दिया है। वहीं इसी सीट पर कांग्रेस से सतपाल ब्रहा्रचारी, अनीता शर्मा और डॉ- आलोक शर्मा आदि दावेदार भी टिकट की लाईन में खडे है।
सतपाल ब्रहा्रचारी के समर्थक तो महाराज जी को टिकट पक्का मानकर चल रहे है। क्योंकि वह पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत खेमे से है। लेकिन कांग्रेस हाईकमान द्वारा उत्तराखण्ड विधानसभा सीट पर अपने अधिकृत प्रत्याशियों की घोषणा नहीं कर देता तब तक अभी कहना मुश्किल है कि किस को पार्टी अपना प्रत्याशी घोषित करती है। जब तक प्रत्याशियों की सूची जारी नहीं हो जाती तब तक सभी दावेदार अपनी-अपनी प्रबल दावेदारी जता रहे है। लेकिन पार्टी हाईकमान जब तक अधिकृत प्रत्याशियों की सूची जारी नहीं कर देती तब तक दावेदारों का दिन का चौन रात की नींद उड़ी हुई है।
वहीं दावेदारों के दिलों की धड़कने बढाने और जनता व कांग्रेसी नेता और कार्यर्त्ताओं को गुमराह करने वाली सोशल मीडिया पर एक फर्जी लिस्ट वायरल हो रही है। कांग्रेस महानगर अध्यक्ष संजय अग्रवाल ने बताया कि कांग्रेस पार्टी हाईकमान ने अभी तक अधिकृृत प्रत्याशियों की लिस्ट जारी नहीं की है। जोकि सम्भवता आज शाम तक जारी हो सकती है। लेकिन सोशल मीडिया में वायरल हो रही प्रत्याशी की लिस्ट फर्जी है।