देहरादून। राष्ट्रीय उत्तराखंड पार्टी के महासचिव व सामाजिक कार्यकर्ता बालेश बवानिया ने राजपुर रोड विधानसभा के पूर्व विधायक राजकुमार के जाति प्रमाण पत्रों पर सवालिया निशान लगाते हुए कहा कि उन्हें जारी किये गये जाति प्रमाण पत्रों को निरस्त कर उनके खिलाफ कार्यवाही कर मुकदमा दर्ज किया जाये। वहीं दूसरी ओर पूर्व विधायक राजकुमार ने बवानिया के आरोप को सिरे से खारिज किया।
यहां परेड ग्राउंड स्थित उत्तरांचल प्रेस क्लब में पत्रकारों से वार्ता करते हुए बालेश बवानिया ने कहा है कि पूर्व विधायक राजकुमार का जाति प्रमाण पत्र उत्तर प्रदेश के समय जारी किया गया था और उत्तर प्रदेश के समय जो भी प्रमाण पत्र जारी किए गए थे वह समस्त प्रमाण पत्र शासन द्वारा निरस्त कर दिए गए थे और जो अनुसूचित जाति का व्यक्ति 1950 से पहले देहरादून में निवास करता था उन दस्तावेजों के आधार पर प्रमाण पत्र जारी करने के आदेश दिए गए इसलिए पूर्व विधायक राजकुमार ने 2011 में एक जाति प्रमाण पत्र ईदगाह के पते पर चिरंजी प्रसाद के नाम से बनवाया।
उन्होंने कहा कि जिस प्रमाण पत्र को उस पते पर रहने वाले मूल व्यक्ति और राजू की शिकायत पर निरस्त कर दिया गया और जिस प्रमाण पत्र को एक साल तक 2011 से 2012 उपयोग करता रहा। उन्होंने कहा कि छह जनवरी 2012 को जब वह प्रमाण पत्र निरस्त हो गया तो अचानक राजकुमार को आभास हुआ 26/24 ना होकर 66/64 ईदगाह पर था और मेरे दादा व ताऊ व पिताजी के साथ वह परिवार के साथ बाहर रहता था। जिसमें दो व्यक्तियों के शपथ पत्र के आधार पर नया प्रमाण पत्र मात्र 3 दिन में जारी किया गया है। उन्होंने कहा कि पूर्व विधायक राजकुमार का प्रमाण पत्र निरस्त करने के साथ-साथ आपराधिक मामला क्यों नहीं दर्ज किया गया और यदि वह प्रमाण पत्र ठीक था तो पूर्व विधायक राजकुमार न्यायालय में अपना पक्ष रखने के लिए क्यों नहीं गए, क्या उन्होंने स्वतः ही मान लिया था कि उनका प्रमाण पत्र गलत था, उसको कोर्ट में चैलेंज क्यों नहीं किया और पूर्व विधायक राजकुमार द्वारा जो नया जाति प्रमाण पत्र बनवाया गया उसको नई तरीके से बनवाने की क्या जरूरत पड़ गई थी जोकि गलत निराधार तरीके से झूठे दस्तावेज लगाकर बनवाया गया है।
उन्होंने शासन एवं प्रशासन से मांग की है कि इस तरह से गैर कानूनी तरह से बनवाए गए जाति प्रमाण पत्र पर कड़ी से कड़ी कार्यवाही करें और इस प्रमाण पत्र को निरस्त करने एवं पूर्व विधायक राजकुमार के खिलाफ कड़ी कानूनी कार्यवाही कर दलितों को न्याय दिलाएं।
वहीं दूसरी ओर पूर्व विधायक राजकुमार ने बवानिया के आरोप को सिरे से खारिज करते हुए कहा कि उनके प्रमाण पत्र एक दम सही है और वह बवानिया के खिलाफ मानहानि का मुकदमा भी दर्ज करायेंगे। इस अवसर पर वार्ता में राष्ट्रीय उत्तराखंड पार्टी के अध्यक्ष नवनीत सिंह गुसांई एवं प्रत्याशी 20 राजपुर रोड विधानसभा विजय कुमार भी उपस्थित थे।