राजीव नामदेव –
श्यामपुर थाना क्षेत्र में मिले अधजले शव की गुत्थी सुलझाते हुए श्यामपुर थाना पुलिस ने ब्लाइंड मर्डर केस का दो दिनों के भीतर ख़ुलासा कर दिया। पुलिस की सूझबूझ से एक निर्दोष भी हत्याकांड में फंसने से बच गया।
हरिद्वार के श्यामपुर थाना क्षेत्र में 3 नवंबर को एक व्यक्ति का अधजला शव बरामद हुआ था। मृतक की पहचान गोपाल निवासी संभल उत्तर प्रदेश हाल निवासी कांगड़ी थाना श्यामपुर के रूप में हुई थी। पहचान होने के बाद मृतक के भाई नीरज की ओर से अज्ञात के ख़िलाफ़ मुकदमा दर्ज कराया गया था। ब्लाइंड मर्डर केस पुलिस के लिए चुनौती था। एसएसपी प्रमेंद्र डोभाल के निर्देश पर सीओ सिटी जूही मनराल के निर्देशन में श्यामपुर थानाध्यक्ष नितेश शर्मा के नेतृत्व में पुलिस हत्याकांड की जांच में जुट गई।
पुलिस के संदेह की सुई मृतक की पत्नी और एक अन्य दुकानदार की ओर भी घूम रही थी। लेकिन पुलिस ने जल्दबाज़ी न करते हुए अलग – अलग पहलुओं को ध्यान में रखते हुए जांच को आगे बढ़ाया। पुलिस को पता लगा कि मृतक गोपाल रविंद्र और मोहित के साथ अक्सर शराब इत्यादि का सेवन करता था। दोनों की गतिविधियां संदिग्ध होने पर पुलिस ने उनसे हिरासत में लेकर पूछताछ की। पूछताछ में दोनों में दुकानदार राजन का नाम पुलिस को बताया साथ ही मृतक की पत्नी की और भी पुलिस का ध्यान दिलाने का प्रयास किया। लेकिन थानाध्यक्ष नितेश शर्मा उनके झूठ को भांप गए।
सख़्ती से पूछने पर उन्होंने सारी कहानी उगल दी। आरोपितों ने बताया कि घटना से एक रात पहले उनका गोपाल के साथ विवाद हुआ था। इस दौरान उन्होंने उसकी गला दबाकर हत्या कर दी। मृतक की पहचान और अपना गुनाह छिपाने के लिए उन्होंने उसके शव को जला दिया। शव को पूरी तरह जलने से पहले ही वह मृतक के पास मौज़ूद करीब 20 हज़ार की नकदी और उसका आधार कार्ड आदि लेकर वहां से निकल गए। इसके बाद दोनों भागने की फ़िराक में थे, लेकिन इससे पहले ही पुलिस ने उन्हें धर लिया। दुकानदार राजन को फंसाने के पीछे उनकी मंशा राजन के पास पैसे होना और उसके साथ आने पर आगे केस की सुनवाई और ज़मानत इत्यादि के लिए खर्च जुटाने की थी। लेकिन पुलिस की सूझबूझ से मामले का ख़ुलासा होने के साथ ही एक निर्दोष अकारण जेल जाने से बच गया। पुलिस टीम में सीओ सिटी जूही मनराल, थानाध्यक्ष नितेश शर्मा, एसआइ विक्रम बिष्ट, अंजना चौहान, एएसआइ अरशद, रंजीत चौहान, हेड कांस्टेबल अनिल, कांस्टेबल सुशील, राजेंद्र, वसीम, रमेश शामिल रहे।