राजीव नामदेव –
उत्तराखंड में निकाय चुनाव की तारीखों को लेकर अभी तक चले आ रहे असमंजस के बीच अब राजभवन से ओबीसी आरक्षण को लेकर अध्यादेश को मंजूरी मिलने के बाद जनवरी माह में निकाय चुनाव होने की उम्मीद जताई जा रही है। जिसके निकायों की राजनीति गर्माने लगी है और साथ ही गर्माने लगें हैं स्थानीय मुद्दे भी। हरिद्वार जनपद के लक्सर में रेलवे स्टेशन पर ट्रेनों के स्टापेज़ का मुद्दा भी ऐसा ही है।
कोविड के दौरान चार साल पहले उत्तराखंड केप्रमुख रेलवे स्टेशन में शुमार लक्सर रेलवे स्टेशन से कई ट्रेनों का स्टापेज़ समाप्त हो गया था। इसके बाद से स्थानीय जनता की पुरजोर मांग और तमाम आंदोलन के बाद भी यहां दोबारा ट्रेनों का स्टापेज़ शुरू नहीं हो सका। कुछ ऐसी ही मांग लक्सर नगर में रेल अंडर ब्रिज को लेकर भी है। इसके बाद हर चुनाव में यहां ट्रेनों के स्टापेज़ और आरयूबी को मुद्दा बनाया जाता है।
इस बार भी परिस्थितियां बदलीं नहीं है। निकाय चुनाव नज़दीक आने के साथ ही नेताओं ने इन मुद्दों को हवा देनी शुरू कर दी है। मुद्दों को गरमाने के लिए लैटरबाजी और फोटो सेशन का दौर शुरू हो गया है। जनता को एक बार फ़िर सपने दिखाए जाने लगे हैं। इन सबका चुनाव पर कितना असर होगा यह देखने वाली बात है लेकिन स्थानीय निवासी राकेश कुमार, संजय कुमार, सचिन कुमार आकाश आदि का कहना है कि हर बार चुनाव से पहले ट्रेनों के स्टापेज़ से लेकर आरयूबी को लेकर बयानबाजियों का दौर चलता है, इसके बाद यह मुद्दे नेपथ्य में चले जातें हैं। जब तक धरातल पर कुछ न हो यह सब वादे और दावे बेमानीं हैं।