राजीव नामदेव –
देश विदेश में रहने वाली तीन – तीन प्रेमिकाओं से इश्क़ लड़ा रहे युवक ने महंगे गिफ्ट्स देने के लिए रकम जुटाने को अलग तरीक़ा सोचा। युवक बैंक लूटने के लिए बैंक में जा घुसा। अफ़सोस यह कि रात भर मेहनत करने के बाद भी उसके हाथ कुछ न लगा। अलबत्ता पुलिस ने आरोपित को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया।
उत्तर प्रदेश के बाराबंकी में इंदिरा मार्केट स्थित पंजाब नेशनल बैंक शाखा सोमवार को जब दीपावली के अवकाश के बाद खुली तो बैंककर्मी हक्के बक्के रह गए। बैंक के दरवाज़े को तोड़कर
लॉकर रूम को ग्राइंडर मशीन से काटने की कोशिश की गई थी।
बैंककर्मियों की सूचना पर पुलिस मौके पर पहुंची। सीसीटीवी फुटेज चैक करने पर एक शख्श लॉकर काटने का प्रयास करता नजर आया। हालांकि सीसीटीवी की तार काटी गई थी। लेकिन भीतर लगे एक कैमरे में उसकी धुंधली तस्वीर कैद हो गई थी। पुलिस ने आसपास लगे 70 से अधिक कैमरों की फुटेज खंगाली। कड़ी मशक्कत के बाद आखिरकार पुलिस को आरोपित की पहचान में सफ़लता मिल गई। इसके तीन घन्टों के भीतर ही पुलिस ने आरोपित को धर दबोचा।
आरोपित शाहिद खान उर्फ अब्दुल समद निवासी बेगमगंज ने पकड़े जाने के बाद जो कहानी पुलिस को बताई वह खासी दिलचस्प है।पुलिस लाइन के सभागार में आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में एएसपी चिरंजीव नाथ सिन्हा नाथ सिंह ने बताया कि आरोपित ने अपना अपराध स्वीकार किया है। पुलिस के मुताबिक़, आरोपित शाहिद पेंटर का काम करता है। उसकी तीन प्रेमिकाएं हैं। इनमें एक बाराबंकी की रहने वाली है। जबकि दो अन्य में एक कनाडा में रहती है। इंटरनेट मीडिया के जरिए उसकी उससे दोस्ती हुई थी। शाहिद ने बताया कि उसे प्रेमिकाओं को महंगे गिफ्ट्स देने थे, खासतौर पर कनाडा वाली प्रेमिका को कीमती उपहार देने के लिए उसने बैंक में करोड़ों रुपए चुराने की योजना बनाई। उसका प्लान पांच-छह करोड़ लूटने का था उसने सोचा कि छुट्टी में तीन-चार दिन बैंक बंद रहेगा। पांच-छह करोड़ रुपए आसानी से मिल जाएंगे। 31 अक्तूबर की रात उसने सामने की तरफ से ना जाकर पीछे की तरफ से बैंक परिसर में कूद कर पहुंचा। दरवाजा तोड़ने के लिए उसने लोहे की रॉड का सहारा लिया। काफी देर तक अंदर ग्राइंडर से बैंक का लॉकर काटता रहा मगर असफल रहा। सीओ सिटी सुमित त्रिपाठी ने बताया कि शाहिद घटना को अंजाम देने के लिए नकाब लगा कर आया था और पूरे शरीर को ढक रखा था। बैंक के अंदर पहुंचते ही उसने कैमरे के कनेक्शन काट दिए। लेकिन सीएमआर कैमरा उसकी निगाह में नहीं आ सका। लॉकर काटते समय उसका चेहरा कैमरे में कैद हो गया। उन्होंने बताया कि आरोपित पिछले साल भी तीन बार चोरी के मामले में जेल जा चुका है।