राजीव नामदेव –
तो दिग्गजों की नूराकुश्ती में बदल गए लक्सर नगर पालिका सीट के समीकरण…..लक्सर नगर पालिका अध्यक्ष सीट को अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित होने के बाद चल रही चर्चाओं के बीच भीतर से कुछ ऐसी ही खबरें सुनने को मिल रहीं हैं।
लक्सर नगर पंचायत को नगर पालिका का दर्जा मिलने के बाद बीते निकाय चुनाव में यहां पालिका अध्यक्ष का अनारक्षित था। जबकि इससे पिछले चुनाव में नगर पंचायत अध्यक्ष का पद अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित रहा था। इस बार भी सामान्य महिला अथवा अन्य पिछड़ा वर्ग को लेकर चर्चाएं थीं, और दावेदार भी इसी को लेकर तैयारी में जुटे थे। लेकिन दावेदारों को सपनों में यह गुमान नहीं था कि सीट अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित हो जाएगी।
आरक्षण सूची जारी होने के बाद इसे लेकर कई तरह की चर्चाएं हैं। सूत्रों की मानें तो सत्ताधारी भाजपा में दिग्गजों की नूराकुश्ती सीट के आरक्षित होने की वजह बनीं दरअसल, यहां पालिकाध्यक्ष के लिए करीब आधा दर्जन मुख्य दावेदार पार्टी टिकट की दौड़ में थे। इनके बीच दिग्गज भी पर्दे के पीछे शह और मात का खेल – खेल रहे थे। बताया जा रहा है कि इसी खेल में एक दूसरे को पटखनी देने के लिए सीट को आरक्षित कराए जाने के लिए भी प्रयास किए जा रहे थे। एक दावेदार खासतौर पर निशाने पर बताए जा रहे थे। इन दावेदार को पटखनी देने के लिए चले गए दांव में सीट का आरक्षित होना भी शामिल बताया जा रहा है।
सूत्रों के अनुसार सीट को अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित किए जाने में स्थानीय नेताओं और पर्दे के पीछे खेल रहे दिग्गजों की बड़ी भूमिका रही है। इसके लिए आलाकमान को स्थिति से अवगत कराया जा चुका था। दिग्गजों के एक दांव से कई दावेदार अब मैदान से लगभग बाहर होने की कगार पर हैं। हालांकि कहा यह भी जा रहा है कि सीट पर स्थानीय राजनीति और जातीय समीकरणों को साधकर जीत हासिल करने के लिए आरक्षण का दांव चला गया है। बतातें चलें कि पूर्व में भाजपा इसी समीकरण पर यहां जीत दर्ज कर चुकी है।