राजीव नामदेव –
रेस्टोरेंट में हुए नुकसान की भरपाई को रेस्टोरेंट संचालक ने अलग तरकीब भिड़ाई और नकली नोट छापने शुरू कर दिए। लेकिन उसका खेल ज्यादा नहीं चला और एसटीएफ़ ने उसे दबोच लिया। आरोपित से 500₹ जैसे दिखने वाले 160 नोट के अलावा कंप्यूटर, प्रिंटर और अधछपे नोट बरामद किए गए हैं।
एसएसपी एसटीएफ नवनीत भुल्लर ने बताया कि एसटीएफ को एक व्यक्ति के नकली करेंसी चलाने की सूचना मिली थी। सूचना पर पुलिस ने जाल बिछाते हुए देहरादून में पटेलनगर थाना क्षेत्र से क्रेटा कार सवार आरोपित को पकड़ लिया। तलाशी लिए जाने पर उसके पास से 500₹ जैसे दिखने वाले 160 नकली नोट बरामद हुए। जिन्हें बाज़ार में 80 हज़ार के बदले चलाने का इरादा था।
पुलिस की पूछताछ में आरोपित ने अपना नाम परमीत निवासी खरखोदा जनपद मेरठ, उत्तर प्रदेश हाल निवासी मूलचंद एंक्लेव थाना पटेलनगर, देहरादून बताया। पूछताछ के आरोपित ने बताया कि वह कैनाल रोड़ पर रेस्टोरेंट चलाता है। रेस्टोरेंट में हुए घाटे की भरपाई और अमीर बनने की चाहत में उसने घर पर ही नकली नोट छापने शुरू कर दिए थे। इन्हें वह रेस्टोरेंट और बाज़ार में चलाता था। आरोपित के घर से कंप्यूटर, प्रिंटर और अधछपे नोट बरामद किए गए। एसएसपी नवनीत भुल्लर ने बताया कि आरोपित घर से ही एक कॉल सेंटर चलाता था जिसमें वह लोगों को फोन करके नौकरी दिलाने के नाम पर उनसे पैसों की ठगी करता था। ऐसे ही मामले में उसके ख़िलाफ़ उत्तर प्रदेश के नोएडा में मुकदमा दर्ज है। आरोपित को कोर्ट में पेश किया जा रहा है। एसटीएफ टीम में इंस्पेक्टर एन के भट्ट, एएसआइ हितेश कुमार, हेड कांस्टेबल अर्जुन रावत, अनूप भाटी, कैलाश न्याल, वीरेंद्र नौटियाल, सन्देश यादव, कांस्टेबल अनिल कुमार, देवेंद्र कुमार, और कादर शामिल रहे।