राजमार्ग 334ए पर हरिद्वार से खानपुर के मध्य करीब 46 किमी दो लेन मार्ग को चारलेन में बदलने के लिए प्रस्तावित परियोजना के लिए देहरादून की टीसीएस कंपनी को 65 लाख की लागत से सर्वे और एलायमेंट का जिम्मा सौंपा गया था। कार्य पूरा होने के बाद कंपनी द्वारा चारलेन हाईवे का जो नक्शा खींचा गया है उसमें हरिद्वार से खानपुर की दूरी 46.5 किलोमीटर से घटकर 43.5 किलोमीटर रह जाएगी। इसमें 7.5 किमी एलिवेटेड रोड प्रस्तावित की गई है। सबसे महत्तवपूर्ण यह कि प्रस्तावित चारलेन हाईवे लक्सर और सुल्तानपुर में नगरीय क्षेत्र से होकर नहीं निकलेगा। यहां से हाईवे बाईपास निकाले जाने का प्रस्ताव है। प्रस्ताव अभी सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय की समिति को भेजा जाएगा। हालांकि वहां इसमें फेरबदल होने की कम ही संभावना है। इसके साथ ही लक्सर और सुल्तानपुर में हाईवे को लेकर लंबे समय से चली आ रही चर्चाओं और कयासों पर भी विराम लग गया है।
एनएचएआई के एई राजीव कर्णवाल ने बताया कि, प्रस्तावित एलायमेंट में वर्तमान दो लेन हाईवे पर लक्सर तहसील के गंगनौली गांव से अकौढा की ओर से लक्सर और सुल्तानपुर बाईपास होते हुए चारलेन हाईवे लक्सर – हरिद्वार हाईवे पर सुल्तानपुर कुन्हारी से वापस हाईवे से मिल जाएगा। इसके आगे धनपुरा – पदार्था, जगजीतपुर और मिस्सरपुर में तीन स्थानों पर 7.5 किमी एलिवेटेड रोड प्रस्तावित की गई है। बताया जा रहा है कि लक्सर में बने रेल ओवर ब्रिज की कम चौड़ाई और आबादी क्षेत्र के चलते बाईपास को मुफीद माना गया है। सर्वे रिपोर्ट और प्रस्तावित एलायमेंट केंद्रीय समिति को भेजा जाएगा। परीक्षण के बाद केंद्र से स्वीकृति मिलने के बाद डीपीआर तैयार करने का कार्य शुरू हो जाएगा। परियोजना पर शीघ्र कार्य शुरु होने की उम्मीद है।